Monday 21 July 2014

रिश्ता  तुमसे आज कुछ नया सा है
एहसास का हर पल कुछ नया सा है

रंगत चेहरे का वो गुलाबी तुम्हारा 
धड़कन का वो मधुर गीत तुम्हारा 
होंठों का उनको साथ ना देना तुम्हारा 
मेरे हाथ पर वो रखना हाथ तुम्हारा
इक़रार करना वो शरमाना तुम्हारा 
झुका लेना अपने पलकों का तुम्हारा 
मुस्कुरा देना मेरी बातों पर तुम्हारा 

सब नजारा आज कुछ नया सा है
रिश्ता  तुमसे आज कुछ नया सा है
एहसास का हर पल कुछ नया सा है

तुमसे मिलने वो कल आना हमारा 
मिलकर दूर जाना तुमसे वो हमारा
घर बनाना  तुम्हारे दिल में हमारा
बाँट लेना जहान का सारा दर्द हमारा
रो जाना दिल का चुपके चुपके हमारा 
आँखों को दे जाना वो धोखा हमारा
हाथ थाम लेना तुम्हारा वो हमारा 

सब नजारा आज कुछ नया सा है
रिश्ता  तुमसे आज कुछ नया सा है
एहसास का हर पल कुछ नया सा है