अपने दिल मेँ बसी मोहब्बत की कीमत तब पता चली
जब वो बेवफा उसे बाजार मेँ निलाम करने चली
सोने के भाव बिका मेरा दिल बड़े शान से बाजार मेँ
जिसे वो काँच का टुकड़ा समझ तोड़ती हुई चली
जब वो बेवफा उसे बाजार मेँ निलाम करने चली
सोने के भाव बिका मेरा दिल बड़े शान से बाजार मेँ
जिसे वो काँच का टुकड़ा समझ तोड़ती हुई चली