मुबारक हो तुम्हेँ दोस्तोँ की महफिल दर्द ए दिल
हम तो दुश्मनोँ के बीच भी याद किये जाते हैँ
तुम बाँटते हो दर्द अपना जाने किस किस से
हम समां बन मुस्कुराते हुये जलते जाते हैँ
हम तो दुश्मनोँ के बीच भी याद किये जाते हैँ
तुम बाँटते हो दर्द अपना जाने किस किस से
हम समां बन मुस्कुराते हुये जलते जाते हैँ
No comments:
Post a Comment