रविश चंद्र "भारद्वाज"
Sunday 1 December 2013
सर्दी की सुबह अलसाई सी
चाय की खुशबू बौराई सी
कप करते आपस मेँ बातेँ
माली चला आता बगीचे मेँ
थैली मेँ छोटी थैली डालती
राशन का लिस्ट गुनगुनाती
पूजा के फूल बटोरटी माँ
रंगीन परदे पे नाचती रंगोली
स्कूटर को चमकाते पापा
काश वो बचपन लौट आए
एक वो sunday फिर आए
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