चलो कुछ नया करेँ
चलो कुछ नया करेँ
हिमालय वहीँ है
सागर भी वहीँ
गाँव भी वहीँ है
गलियाँ भी वहीँ
चलो सबसे मिलेँ
चलो कुछ नया करेँ
देश की भी पुकार है
क्राँति की दरकार है
बदलने को तैयार है
गीता फिर से पढेँ
चलो कुछ नया करेँ
चलो कुछ नया करेँ
कायदा भी वही है
कानून भी वही
बेटी भी वही है
बलि भी वही
समाज भी वही है
रिश्ते भी वही
रोटी भी वही है
भूख भी वही
चलो कुछ पहल करेँ
.....................
हिमालय वहीँ है
सागर भी वहीँ
गाँव भी वहीँ है
गलियाँ भी वहीँ
चलो सबसे मिलेँ
चलो कुछ नया करेँ
देश की भी पुकार है
क्राँति की दरकार है
बदलने को तैयार है
गीता फिर से पढेँ
चलो कुछ नया करेँ
चलो कुछ नया करेँ
कायदा भी वही है
कानून भी वही
बेटी भी वही है
बलि भी वही
समाज भी वही है
रिश्ते भी वही
रोटी भी वही है
भूख भी वही
चलो कुछ पहल करेँ
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