Friday 14 March 2014

उस ख्याल को मिटा के रख दूँगा
जो मुझे तुम्हेँ ख्याल से दूर करे ।
उस सोच को मिटा के रख दूँगा
जो मुझे तुम्हेँ सोचने से दूर करे ।
तुम ये ना समझना कि मैँ क्रोध मेँ हूँ ,
बस ये समझना कि खुद से लड़ रहा हूँ एक लड़ाई
जो तुम्हारे संग रहकर जीतनी है ।
दुनिया के दिये दर्द का हिसाब चुकाना है ।
आँखेँ सबकी उँची करनी है , कुछ ऐसा मुकाम पाना है ।

~ रविश चन्द्र ' भारद्वाज'

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