रविश चंद्र "भारद्वाज"
Friday 14 March 2014
तुम्हारे बिना मेरा इश्क क्या
हकीकत तुम तो ख्वाब क्या
मिलते हुये मिल जाना टूटकर
बस फिर देखो ये प्यास क्या
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment