यादोँ के सफर को यूँ तय किया हमने
गम को छिपा दुनिया से कदम बढाये हमने
खुशियोँ के पड़ाव पर हँसा किया हमने
मंजिल तेरे दिल की बस पा लिया हमने
अब थक गये हैँ शायद पैर जो चलते मेरे
सर तेरे आँचल मेँ रख चैन पाया हमने
एक और सफर हमसफर संग चलना है हमने
गम को छिपा दुनिया से कदम बढाये हमने
खुशियोँ के पड़ाव पर हँसा किया हमने
मंजिल तेरे दिल की बस पा लिया हमने
अब थक गये हैँ शायद पैर जो चलते मेरे
सर तेरे आँचल मेँ रख चैन पाया हमने
एक और सफर हमसफर संग चलना है हमने
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