रात ख्वाबोँ मेँ तुम यूँ ना आया करो
यूँ अकेले मेँ बातेँ कर के ना जाया करो
चाँद तो यूँ हीँ जला बैठा है सूरज से
अपने नूर से उसे रात मेँ ना जलाया करो
यूँ अकेले मेँ बातेँ कर के ना जाया करो
चाँद तो यूँ हीँ जला बैठा है सूरज से
अपने नूर से उसे रात मेँ ना जलाया करो