Sunday 22 December 2013

सारा सामान
सारे शरीर
सब एक हुये
भारतीय रेल
के साधारण
डिब्बे मेँ
सारी बातेँ
घुलमिल गयीँ
ट्रेन हिलती
डोलती
पहुँची स्टेशन
दो लोग विदा
बीस चढ गये
चाय वाला
पकौड़ी वाला
हालत पस्त
खिड़की पर
पैसा रखो तो
चाय मिलेगी
खुशी ज्यादा
अंतराछी चालू
म से शुरु

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