क्यूँ थक जाते हो चलते राहोँ मेँ
ये आसमाँ जब तुम्हारा है
क्यूँ हार जाते हो अपनी साँसोँ से
ये जीवन जब तुम्हारा है
क्यूँ जलते हो अपनी हीँ चिता मेँ
ये वक्त जब तुम्हारा है
क्यूँ तड़पते रहते हो प्यार मेँ
ये रविश जब तुम्हारा है
ये आसमाँ जब तुम्हारा है
क्यूँ हार जाते हो अपनी साँसोँ से
ये जीवन जब तुम्हारा है
क्यूँ जलते हो अपनी हीँ चिता मेँ
ये वक्त जब तुम्हारा है
क्यूँ तड़पते रहते हो प्यार मेँ
ये रविश जब तुम्हारा है
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