तुमसे कही थी एक बात कल
दिल की बतायी थी बात कल
तुम शरमायी थी सुन बात कल
मेरी कविता मेँ आयी बात कल
लिख डाली थी कसम बात कल
बातोँ बातोँ मेँ हुयी थी बात कल
फैसले की वो घड़ी रात कल
चुपचाप तुम्हारी वो बात कल
कानोँ मेँ मेरे पड़ी थी बात कल
साथ जीने हँसने की बात कल
आज तुम हमारे हो वो बात कल
दिल की बतायी थी बात कल
तुम शरमायी थी सुन बात कल
मेरी कविता मेँ आयी बात कल
लिख डाली थी कसम बात कल
बातोँ बातोँ मेँ हुयी थी बात कल
फैसले की वो घड़ी रात कल
चुपचाप तुम्हारी वो बात कल
कानोँ मेँ मेरे पड़ी थी बात कल
साथ जीने हँसने की बात कल
आज तुम हमारे हो वो बात कल
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