दर्द हीँ है देने को तुझे जान मेरे पास
पाल कर रखना इसे जरा अपने पास
दुनिया के नजर से बचाना इसे खास
जान से प्यारा है मेरा ये दर्द मेरे यार
शिकवा नहीँ मुझे जरा भी उनसे
जिन्होने दी ये मलकियत मुझ गरीब को
शायद उन्होने समझा था मुझे जरा खास
तुमने जो सीने से लगाया है इसे जान
तो इसकी आज मुस्कान हीँ है कुछ खास
दर्द हीँ है देने को तुझे जान मेरे पास
पाल कर रखना इसे जरा अपने पास
पाल कर रखना इसे जरा अपने पास
दुनिया के नजर से बचाना इसे खास
जान से प्यारा है मेरा ये दर्द मेरे यार
शिकवा नहीँ मुझे जरा भी उनसे
जिन्होने दी ये मलकियत मुझ गरीब को
शायद उन्होने समझा था मुझे जरा खास
तुमने जो सीने से लगाया है इसे जान
तो इसकी आज मुस्कान हीँ है कुछ खास
दर्द हीँ है देने को तुझे जान मेरे पास
पाल कर रखना इसे जरा अपने पास
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