जब से जगा वक्त बदलते हीँ देखा
किस्मत को बदनाम होते हुये देखा
हवाओँ का रुख भी बदलते हीँ देखा
आसमान के रँगो को बदलते हीँ देखा
मौसम को अक्सर बदलते हीँ देखा
रिश्तोँ को सामने बदलते हीँ देखा
बस अपने मन को ना बदलते देखा
मन ने मुझे कभी ना बदलते देखा
किस्मत को बदनाम होते हुये देखा
हवाओँ का रुख भी बदलते हीँ देखा
आसमान के रँगो को बदलते हीँ देखा
मौसम को अक्सर बदलते हीँ देखा
रिश्तोँ को सामने बदलते हीँ देखा
बस अपने मन को ना बदलते देखा
मन ने मुझे कभी ना बदलते देखा
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