क्या जहान है तेरा रवीश
चेहरे खुलेआम पर असली सा कोई नहीँ दिखता
मोहब्बत सबको है तड़पता कोई नहीँ दिखता
उठी सब दुनिया पर जगा सा कोई नहीँ दिखता
साथ सब नजरोँ मेँ उतरता कोई नहीँ दिखता
चेहरे खुलेआम पर असली सा कोई नहीँ दिखता
मोहब्बत सबको है तड़पता कोई नहीँ दिखता
उठी सब दुनिया पर जगा सा कोई नहीँ दिखता
साथ सब नजरोँ मेँ उतरता कोई नहीँ दिखता
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