कल इश्क का इम्तहान देकर आये
हर सवाल का जवाब देकर आये
उन आँखोँ को उम्मीद देकर आये
हर सवाल को गले लगाकर आये
चाहत अपनोँ की समझ ना पाये
फिर भी हम दिल को समझा आये
सूरज तो शायद हम बन ना पाये
एक रोशनी पर जरुर जला आये
कल इश्क का इम्तहान देकर आये
रविश
हर सवाल का जवाब देकर आये
हर सवाल का जवाब देकर आये
उन आँखोँ को उम्मीद देकर आये
हर सवाल को गले लगाकर आये
चाहत अपनोँ की समझ ना पाये
फिर भी हम दिल को समझा आये
सूरज तो शायद हम बन ना पाये
एक रोशनी पर जरुर जला आये
कल इश्क का इम्तहान देकर आये
रविश
हर सवाल का जवाब देकर आये
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