तेरी मेरी बात अधूरी हीँ सही
मुलाकात का बहाना तो बनता है
दरिया को मिलना सागर मेँ पर बहने का बहाना मिलता है
तू कब से समायी दिल मेँ तुझे खबर भी नहीँ
हर धड़कन को जीने का बहाना मिलता है
दरिया को मिलना सागर मेँ पर बहने का बहाना मिलता है
तू कब से समायी दिल मेँ तुझे खबर भी नहीँ
हर धड़कन को जीने का बहाना मिलता है