छोड़ो अब रहने दो बस बहुत हुआ
चाहत रही दिल मेँ बस दर्द हुआ
जीवन सुलझ कर बस उलझ गया
पाया हुआ प्यार यूँ बस लूट गया
रेत सी जिँदगी को बस पकड़ के
चलते रहे जल की बस तलाश मेँ
टूटते तारे कई गिर गये आगोश मेँ
आशा की डोर टूट गयी आस मेँ
भटकते रहे ईश्वर की हम तलाश मेँ
चुनते रहे खुशी काँटो के बाग मेँ
छुटती सी लगी साँस अब हाथ से
अब भी अड़े हो अपनी उस बात पे
क्या कहूँ जीवन से बस पूछ गया
पाया हुआ प्यार यूँ बस लूट गया
चाहत रही दिल मेँ बस दर्द हुआ
जीवन सुलझ कर बस उलझ गया
पाया हुआ प्यार यूँ बस लूट गया
रेत सी जिँदगी को बस पकड़ के
चलते रहे जल की बस तलाश मेँ
टूटते तारे कई गिर गये आगोश मेँ
आशा की डोर टूट गयी आस मेँ
भटकते रहे ईश्वर की हम तलाश मेँ
चुनते रहे खुशी काँटो के बाग मेँ
छुटती सी लगी साँस अब हाथ से
अब भी अड़े हो अपनी उस बात पे
क्या कहूँ जीवन से बस पूछ गया
पाया हुआ प्यार यूँ बस लूट गया